
चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर लैंडिंग के बाद, इसरो के मून मिशन चंद्रयान-3 के लैंडर ने चांद की एक अद्वितीय तस्वीर भेजी है। यह तस्वीरें लैंडर विक्रम द्वारा खींची गई हैं, जब वह चांद की सतह की ओर धीरे-धीरे उतर रहा था। यह घटना भारत को चांद के दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचने वाले पहले देश के रूप में दुनिया के इतिहास में दर्ज किया गया है। इससे पहले, यह उपलब्धि अमेरिका, चीन, और सोवियत संघ के बगैर हुई थी।
चंद्रयान-3 के लैंडर विक्रम ने बुधवार शाम छह बजकर चार मिनट पर चांद की सतह पर सफलतापूर्वक लैंड किया। इस उत्कृष्ट मोमेंट को देखने के लिए देश और पूरी दुनिया की नजरें टेलीविजन स्क्रीन पर थीं। इसरो ने उन अद्वितीय तस्वीरों को साझा किया है जिन्हें चंद्रयान-3 ने अपनी लैंडिंग के बाद भेजा है। इसरो ने ट्वीट किया, “चंद्रयान-3 मिशन का अपडेट: Ch-3 लैंडर और MOX-ISTRAC के बीच कम्युनिकेशन लिंक सफलतापूर्वक स्थापित किया गया है। नीचे उतरते समय ली गईं हॉरिजॉन्टल वेलोसिटी कैमरे की तस्वीरें यहाँ दिखाई जा रही हैं।” ये चार अनूठी तस्वीरें हैं, जिन्हें इसरो ने साझा किया है।
पिछली बार, चंद्रयान-2 मिशन में सफलता हासिल नहीं हो सकी थी। तब चंद्रयान-2 के लैंडर की हार्ड लैंडिंग हो गई थी। इसी कारण, इसरो के वैज्ञानिकों ने चंद्रयान-3 में कई महत्वपूर्ण बदलाव किए थे। आखिरी 17 मिनटों को बेहद महत्वपूर्ण माना गया था, और उन्होंने इसे सफलतापूर्वक पूरा किया। वैज्ञानिकों के अनुसार, इस अभियान के अंतिम चरण में सभी प्रक्रियाएं पूर्व निर्धारित योजनाओं के अनुसार सही तरीके से काम कर रही थीं। प्रधानमंत्री मोदी ने इस अवसर पर इसरो के वैज्ञानिकों को बधाई दी और दक्षिण अफ्रीका से वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से देशवासियों को संबोधित किया। उन्होंने कहा, ”जब हम अपनी आंखों के सामने ऐसा इतिहास बनते हुए देखते हैं, तो जीवन धन्य हो जाता है। ऐसी ऐतिहासिक घटनाएं राष्ट्रीय जीवन की चिरंजीव चेतना बन जाती है।”
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “यह पल अविस्मरणीय है, यह क्षण अभूतपूर्व है, यह क्षण विकसित भारत के शंखनाद का है। यह क्षण नए भारत के जयघोष का है। यह क्षण मुश्किलों के महासागर को पार करने का है। यह क्षण जीत के चंद्र पथ पर चलने का है। यह क्षण 140 करोड़ धड़कनों के सामर्थ्य का है। यह क्षण भारत में नई ऊर्जा, नए विश्वास, और नई चेतना का है।”
इस बीच, इसरो के प्रमुख एस सोमनाथ ने खुशी व्यक्त करते हुए कहा, “हमने चंद्रमा पर ‘सॉफ्ट लैंडिंग’ में सफलता हसिल कर ली है। भारत चांद पर है।” यह एक ऐसी सफलता है जिसे न केवल इसरो के शीर्ष वैज्ञानिक, बल्कि भारत के हर आम और खास व्यक्ति ने उत्सुकता से टीवी की स्क्रीन पर देखा था।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “यह पल अविस्मरणीय है, यह क्षण अभूतपूर्व है, यह क्षण विकसित भारत के शंखनाद का है। यह क्षण नए भारत के जयघोष का है। यह क्षण मुश्किलों के महासागर को पार करने का है। यह क्षण जीत के चंद्र पथ पर चलने का है। यह क्षण 140 करोड़ धड़कनों के सामर्थ्य का है। यह क्षण भारत में नई ऊर्जा, नए विश्वास, और नई चेतना का है।”
इस बीच, इसरो के प्रमुख एस सोमनाथ ने खुशी व्यक्त करते हुए कहा, “हमने चंद्रमा पर ‘सॉफ्ट लैंडिंग’ में सफलता हसिल कर ली है। भारत चांद पर है।” यह एक ऐसी सफलता है जिसे न केवल इसरो के शीर्ष वैज्ञानिक, बल्कि भारत के हर आम और खास व्यक्ति ने उत्सुकता से टीवी की स्क्रीन पर देखा था।