आजकल बिहार में बढ़ती छेड़खानी की घटनाएं गंभीर समस्या बन चुकी हैं। विभिन्न जगहों पर हो रही इन घटनाओं ने समाज में चिंता की बेलाएं बजा दी है। यह स्थिति समाज की सामाजिक मानसिकता की कमजोरियों और शिक्षा की अभावना को उजागर करती है, जिनके परिणामस्वरूप महिलाओं के प्रति अपनी आत्मा की अदालत में तानाशाही और अत्याचार जैसी घटनाएं घट रही हैं।
पिछले कुछ दिनों में हुई घटनाओं में एक खास घटना आरा में दर्ज हुई है, जहां एक छात्रा को छेड़खानी का विरोध करने वाले द्वारा गोली मार दी गई। यह स्थिति उस स्तर तक पहुंच गई है कि छेड़खानी के खिलाफ विरोध करने वालों को उनके विचारों की रक्षा के लिए गोलियों की ओर उतार दी जा रही है, जो समाज में सुरक्षित और स्वतंत्र विचारों की स्वतंत्रता की महत्वपूर्णता को संकेत करती है।
इसके साथ ही, मधेपुरा में भी ऐसी ही घटना घटी है, जिसमें छेड़खानी के खिलाफ आवाज उठाने वाले युवक को मनचलों ने बाइक पर सवार होकर गोली मार दी और उसे जख्मी कर दिया। इससे स्पष्ट होता है कि छेड़खानी और अत्याचार के खिलाफ आवाज उठाने वालों को भी खतरा है, और वे भी बिना किसी हिचकिचाहट के अपने विचारों की रक्षा के लिए तैयार हैं।
इन घटनाओं के माध्यम से समाज में सुरक्षा की महत्वपूर्णता और महिला सुरक्षा के प्रति सचेतना को परामर्शित किया जा रहा है। यह समय है कि समाज के सभी स्तरों पर महिला सुरक्षा को बढ़ावा देने और उसके लिए सुरक्षित माहौल प्रदान करने के प्रति जागरूकता बढ़ाए जाएं।
मधेपुरा में छेड़खानी के बाद गोलीबारी
मधेपुरा में एक युवक ने छेड़खानी के खिलाफ विरोध किया और यह वार्तालाप कुछ समय तक चलता रहा। हालांकि, विरोध करने वाले युवक को समय पर सुरक्षित नहीं रहने का खतरा था, क्योंकि मनचले लोग ने उसे बाइक पर सवार होकर गोली मार दी। इसके परिणामस्वरूप, युवक जख्मी हो गया और उसे चिकित्सकीय सहायता की आवश्यकता पड़ी।
आरा में छात्रा को मारी गोली
आरा में एक छात्रा ने छेड़खानी के खिलाफ आवाज उठाई और उसने इसकी शिकायत पुलिस में की। यह घटना आरा की एक स्कूल के पास हुई थी। हालांकि, इसके बाद वह छात्रा सड़क पर चलती हुई थी कि मनचले लोगों द्वारा गोली मार दी गई। उसकी स्थिति गंभीर थी और वह तत्काल अस्पताल में भर्ती हो गई।
पटना में पैसेंजर ट्रेन में निजी कंपनी की महिला कर्मी से छेड़खानी
यह मामला एक पटना से अन्य शहर की दिशा में जा रही पैसेंजर ट्रेन में हुआ। इस ट्रेन में निजी कंपनी की महिला कर्मी काम कर रही थी। ट्रेन के दौरान, एक यात्री ने उस महिला कर्मी के साथ छेड़खानी की और उसके साथ हुई बदसलूकी की खबरें सामने आईं। तत्काल पुलिस ने उस यात्री की शिकायत पर आरोपी को गिरफ्तार किया और जांच शुरू की।
अन्य जिलों के मामले
बिहार के मुजफ्फरपुर जिले के माड़ीपुर क्षेत्र में हाल ही में एक घटना के चलते सामाजिक सुरक्षा और महिला सुरक्षा के मुद्दे पर सवाल उठे हैं। इस घटना के तहत, जब युवती ने छेड़खानी का विरोध किया, तो मनचले ने उसके घर पर फायरिंग की थी। उसके पड़ोस में रहने वाली महिला के सिर पर पिस्तौल रखकर उसे धमकाया था।
इसके अलावा, चंपारण जिले के नरकटियागंज क्षेत्र में भी एक और घटना की रिपोर्ट आई है जिसमें एक महिला के साथ तब छेड़खानी की गई थी, जब उसका पति घर पर नहीं था। इस घटना में महिला के साथ मारपीट की गई और उसे पीटकर जख्मी कर दिया गया था।
ये घटनाएं समाज में महिला सुरक्षा के मुद्दे को उजागर करती हैं और उसे सुरक्षित और समाज में सम्मानित महसूस करने की आवश्यकता को दिखाती है। समाज को यह समझना होगा कि महिलाओं की सुरक्षा सभी की जिम्मेदारी है और छेड़खानी और हिंसा के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जरूरत है।