
जब भारत के प्रधानमंत्री मोदी विदेश यात्रा पर निकलते हैं, तो वे हमेशा बिना किसी समझौते के और खाली हाथ नहीं जाते हैं। और जब वे लौटते हैं, तो खाली हाथ नहीं लौटते हैं। उन्होंने हमेशा दूसरे देशों के साथ महत्वपूर्ण समझौते करने का वादा किया है और अपने देश की सुरक्षा और हित को सबसे महत्वपूर्ण माना है। प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी यूएस यात्रा पर जाकर सिर्फ दो दिनों में दो सौदे अंतिम रूप दिए हैं। भारत-अमेरिका रक्षा सौदों के बाद, भारतीय सेना समुद्र से लेकर आसमान तक ताकतवर बनेगी और प्रधानमंत्री मोदी के “मेक इन इंडिया” कार्यक्रम को एक और कदम आगे बढ़ाने का अवसर मिलेगा।
पीएम मोदी अमेरिका यात्रा पर गए हैं और अपने लौटने से पहले ही 4 भारत-अमेरिका रक्षा सौदे पूरे करने का वादा किया है। इन सौदों में शामिल हैं उन डीलों का समझौता जो भारत की भविष्य और उसकी छवि दोनों को बदल देंगी। 22 जून को GE Aerospace और HAL के बीच Fighter Jet Engine Technology साझा करने का समझौता हुआ है। इससे भारत में फाइटर जेट इंजनों का निर्माण शुरू होगा और यह मिशन ‘मेक इन इंडिया’ को आगे बढ़ाने में मदद करेगा।
GE Aerospace और HAL के बीच 22 जून को फाइटर जेट इंजन टेक्नोलॉजी को लेकर समझौता हो गया है, जिसके बाद भारत अब तक GE Aerospace से आयात करता रहा था। यह एक महत्वपूर्ण पल है, क्योंकि अमेरिका ने पहली बार अपनी इस तकनीकी ज्ञान को किसी दूसरे देश के साथ साझा किया है। इस डील के तहत, भारतीय रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) के अंतर्गत एयरोनॉटिकल डेवलपमेंट एजेंसी (ADA) और जनरल इलेक्ट्रिक (GE) के बीच सहयोग होगा। ADA तेजस के लिए GE F414 इंजनों का निर्माण करेगी जबकि HAL उन्हें मिलकर तेजस मार्क-II के निर्माण में सहायता करेगा।
म-777 लाइट हौविट्जर कैनन, जो पहले से ही भारत के पास है, लद्दाख और अरुणाचल प्रदेश की सीमाओं पर तैनात हैं। ये कैनन भारत ने अमेरिका से खरीदे थे। अब अमेरिका ने इन कैननों के एक उन्नत संस्करण को भारत को प्रस्तावित किया है। Indo-US रक्षा सौदे में, म-777 लाइट हौविट्जर कैनन को भारत और अमेरिका मिलकर निर्मित करने की संभावना है।
स्ट्राइकर आर्मर्ड कार विश्व की सबसे शक्तिशाली वाहनों में से एक है। यह वाहन अमेरिका द्वारा विकसित आर्मी व्हीकल है। प्रधानमंत्री मोदी के यूएस टूर के दौरान भारत और अमेरिका के बीच स्ट्राइकर को मिलकर निर्मित करने की डील हो सकती है। स्ट्राइकर हल्की और प्रभावी आर्मर्ड कार है, जिसका वजन लगभग 16.5 टन है। इसमें अपने मोबाइल गन सिस्टम, 105 एमएम की तोप, और एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल जैसी क्षमताएं होती हैं, जो इसे टैंकों को भी नष्ट करने के लिए तत्पर बनाती हैं।
पहले ही यूएस यात्रा से पहले भारतीय रक्षा मंत्रालय ने अमेरिका से 31 MQ-9 ड्रोन खरीदने की डील को मंजूरी दी है, जिसका मूल्य 3 बिलियन डॉलर है। अब प्रधानमंत्री मोदी यूएस से वापस लौटते हुए इस डील की घोषणा कर सकते हैं।