पुलिस मुख्यालय और बैंकों द्वारा निरंतर जागरूकता अभियान चलाने के बावजूद, साइबर ठग मजदूर से लेकर पढ़े-लिखे व्यक्तियों तक को लुभाने का काम कर रहे हैं। इस ताज़ा मामले में, एक जज की पत्नी ने काजू और बादाम का ऑनलाइन ऑर्डर किया था, लेकिन यह ऑर्डर साइबर ठगों के जाल में फंस गया। उनके खाते से 10 हजार रुपये की अवैध निकासी कर ली गई है।
इसके अलावा, एक मीडिया कर्मी को भी सस्ते मोबाइल खरीदने के लालच में साइबर ठगों ने ठगा है।
पुलिस और बैंकों द्वारा जागरूकता अभियान बढ़ते साइबर अपराधों को रोकने का प्रयास कर रहे हैं, लेकिन ठगों की धोखाधड़ी तकनीकें भी बढ़ती जा रही हैं।
सराय मोहल्ला में निवासी मीडिया कर्मी नबी आलम ने सस्ते मोबाइल खरीदने की चापलूसी में साइबर ठगों के जाल में फंस गए हैं। ठगों ने उन्हें 15 हजार रुपये के मोबाइल देने का झांसा देकर आपसे 30 हजार से अधिक की ठगी की है।
इन घटनाओं का सामर्थ्य लिखित रूप से साइबर पुलिस स्टेशन में दर्ज किया गया है। जज की पत्नी ने प्राथमिकी में यह बताया है कि वह फेसबुक आईडी पर बिग शॉप का लोगो और काजू-बादाम की तस्वीर देखकर आकर्षित हुई थीं और उन्होंने ऑर्डर पर क्लिक किया।
ऑर्डर पर क्लिक करने के बाद ऑर्डर फॉर्म खुल गया और उसमें उनकी अन्य जानकारी सहित कार्ड नंबर भरने के बाद उनके खाते से 10 हजार रुपये की अवैध निकासी हो गई।
निवासी सराय मोहल्ला के मीडिया कर्मी नबी आलम ने इंटरनेट मीडिया पर दिल्ली स्थित एक मोबाइल कंपनी की एक प्रचारित डील देखकर मोबाइल खरीदने का निर्णय लिया। वे ने ऑनलाइन मोबाइल के मूल्य का भुगतान किया और इसके बाद ठगों ने उन्हें अपने मोबाइल को देने का और रिकवरी के लिए पैसों की मांग कर उन्हें 30,366 रुपये की ठगी में फंसा दिया। साइबर ठगों ने प्रयुक्त मोबाइल से बात करते समय उन्हें गाली-गलौज दी।